कोरोनरी आर्टरी रोग में हृदय की धमनियां संकरी होने लगती हैं। इस स्थिति में सीने में दर्द का अनुभव हो सकता है।
Coronary
Artery Diseases: खराब खान-पान और जीवनशैली की वजह से आजकल अधिकतर लोग हृदय रोगों का सामना कर रहे हैं। इसमें कोरोनरी धमनी रोग (Coronary Artery Disease) भी शामिल है। आपको बता दें कि कोरोनरी धमनियां हृदय को रक्त की आपूर्ति करती हैं। साथ ही कोरोनरी धमनियों का काम हृदय तक ऑक्सीजन और पोषक तत्वों की सप्लाई करना भी है। कोरोनरी आर्टरी डिजीज एक ऐसी स्थिति है, जो कोरोनरी धमनियों को प्रभावित करती है। इसकी वजह से आपको सीने में बेचैनी और दर्द का अनुभव हो सकता है। कोरोनरी धमनी रोग हार्ट अटैक, हार्ट फेलियर के जोखिम को बढ़ा सकता है। कई लोग कोरोनरी आर्टरी डिजीज का सामना कर रहे हैं। कोरोनरी धमनी रोग पुरुषों और महिलाओं दोनों में ही मृत्यु का एक मुख्य कारण हो सकता है। लेकिन अधिकतर लोग यह नहीं जानते हैं कि कोरोनरी आर्टरी डिजीज क्यों और कैसे होती है? तो चलिए क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज और अस्पताल डॉक्टर डॉ. गुरभेज सिंह एमडी, डीएम कार्डियोलॉजी से जानते हैं
कोरोनरी आर्टरी डिजीज कैसे होती है?
भारत में कोरोनरी आर्टरी डिजीज (सीएडी) की दर अन्य देशों के मुकाबले काफी अधिक है। कोरोनरी आर्टरी डिजीज तब होता है, जब फैट, कोलेस्ट्रॉल, प्लेटलेट्स और कैल्शियम के कारण कोरोनरी धमनियों की कार्यप्रणाली में रुकावट आ जाती है। कोरोनरी धमनियों या दिल की धमनियों में जमा कोलेस्ट्रॉल को प्लाक कहा जाता है। यह प्लाक धमनियों को सिकोड़ देता है। इसकी वजह से हृदय में रक्त का प्रवाह कम हो जाता है। इस स्थिति में व्यक्ति को सांस लेने में तकलीफ, सीने में दर्द जैसे लक्षणों का अनुभव हो सकता है। इतना ही नहीं कुछ मामलों में तो दिल की ब्लॉकेज भी हो जाती है।
कोरोनरी आर्टरी डिजीज कब और क्यों होती है? जानें इसके लक्षण और कारण
Coronary
Artery Diseases in Hindi: खराब खान-पान और जीवनशैली की वजह से आजकल अधिकतर लोग हृदय रोगों का सामना कर रहे हैं। इसमें कोरोनरी धमनी रोग (Coronary Artery Disease) भी शामिल है। आपको बता दें कि कोरोनरी धमनियां हृदय को रक्त की आपूर्ति करती हैं। साथ ही कोरोनरी धमनियों का काम हृदय तक ऑक्सीजन और पोषक तत्वों की सप्लाई करना भी है। कोरोनरी आर्टरी डिजीज एक ऐसी स्थिति है, जो कोरोनरी धमनियों को प्रभावित करती है। इसकी वजह से आपको सीने में बेचैनी और दर्द का अनुभव हो सकता है। कोरोनरी धमनी रोग हार्ट अटैक, हार्ट फेलियर के जोखिम को बढ़ा सकता है। कई लोग कोरोनरी आर्टरी डिजीज का सामना कर रहे हैं। कोरोनरी धमनी रोग पुरुषों और महिलाओं दोनों में ही मृत्यु का एक मुख्य कारण हो सकता है। लेकिन अधिकतर लोग यह नहीं जानते हैं कि कोरोनरी आर्टरी डिजीज क्यों और कैसे होती है? तो चलिए, डॉ.
गुरभेज सिंह एमडी, डीएम कार्डियोलॉजी से जानते हैं कोरोनरी आर्टरी डिजीज के लक्षण और कारण (Coronary Artery Disease Symptoms
and Causes-
कोरोनरी आर्टरी डिजीज कैसे होती है?
भारत में कोरोनरी आर्टरी डिजीज (सीएडी) की दर अन्य देशों के मुकाबले काफी अधिक है। कोरोनरी आर्टरी डिजीज तब होता है, जब फैट, कोलेस्ट्रॉल, प्लेटलेट्स और कैल्शियम के कारण कोरोनरी धमनियों की कार्यप्रणाली में रुकावट आ जाती है। कोरोनरी धमनियों या दिल की धमनियों में जमा कोलेस्ट्रॉल को प्लाक कहा जाता है। यह प्लाक धमनियों को सिकोड़ देता है। इसकी वजह से हृदय में रक्त का प्रवाह कम हो जाता है। इस स्थिति में व्यक्ति को सांस लेने में तकलीफ, सीने में दर्द जैसे लक्षणों का अनुभव हो सकता है। इतना ही नहीं कुछ मामलों में तो दिल की ब्लॉकेज भी हो जाती है।
कोरोनरी आर्टरी डिजीज के लक्षण
कोरोनरी आर्टरी डिजीज के लक्षणों का अनुभव लंबे समय तक नहीं हो पाता है। जब किसी व्यक्ति में कोरोनरी आर्टरी रोग की वजह से धमनियां संकरी होने लगती हैं, तो इसके हल्के लक्षण नजर आने लगते हैं। इन लक्षणों से पता चलता है कि हृदय को शरीर में ऑक्सीजन युक्त रक्त पहुंचाने के लिए अधिक मेहनत करनी पड़ रही है। जब कोरोनरी आर्टरी डिजीज गंभीर रूप ले लेती है, तो कुछ लक्षणों का अनुभव हो सकता है। इनमें शामिल हैं:-
सीने में दर्द और बेचैनी
सांस लेने में तकलीफ, खासकर जब कोई शारीरिक गतिविधि की जाती है।
सीने में भारीपन और जकड़न
सीने में दबाव, दर्द और जलन
थकान और आलस महसूस करना
सांस फूलने लगना
चक्कर आना
घबराहट
उल्टी, मतली और पेट में परेशानी होना
कोरोनरी आर्टरी डिजीज के कारण
कोरोनरी आर्टरी डिजीज के कई कारण हो सकते हैं। यह बीमारी तब होती है, जब कोरोनरी धमनियों में फैट और कोलेस्ट्रॉल जमा होने लगते हैं। इनकी वजह से कोरोनरी धमनियां संकरी हो जाती हैं। इस स्थिति को एथेरोस्क्लेरोसिस कहा जाता है। ऐसे में रक्त का प्रवाह अवरुद्ध हो जाता है। इतना ही नहीं कुछ मामलों में पट्टिका फट भी सकती है। हाई कोलेस्ट्रॉल लेवल कोरोनरी आर्टरी डिजीज का एक मुख्य कारण होता है। इसके अलावा कोरोनरी आर्टरी डिजीज के कई कारण हो सकते हैं। इनमें शामिल हैं:-
डायबिटीज
हाई ब्लड प्रेशर या उच्च रक्तचाप
रेगुलर एक्सरसाइज न करना
खराब खान-पान या अनहेल्दी ईटिंग हैबिट्स
धूम्रपान या तंबाकू का सेवन करना
Coronary Artery Disease: कोरोनरी आर्टरी डिजीज आम बमारी बन गई है। भारत में लाखों लोग इस बीमारी का सामना कर रहे हैं। इस स्थिति में कोरोनरी धमनियां संकीर्ण हो जाती हैं, जिसकी वजह से व्यक्ति को सीने में दर्द, सांस लेने में तकलीफ जैसे लक्षण महसूस होते हैं। शुरुआत में कोरोनरी आर्टरी डिजीज के लक्षण महसूस नहीं हो पाते हैं। जब इसके लक्षणों का अनुभव होता है, तो स्थिति गंभीर हो जाती है। इसलिए अगर आपको शुरुआती लक्षणों को भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
Dr Gurbhej
Singh. MD,DM Cardiology (SCTIMST) Fellowship Inerventional
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